(Hindi Poem-L022/00624)
दुःखी मित्रों के लिए एक आशा की किरण
याद करो उन पल को यारो,
आखों में
तुम आंसू लाते ,
जीवन तेरा भार बना था ,
थक गये भार उठाते ,
क्या करना है?
कैसे करना?
राह मिली ना तुम को.
लौट के बुद्धु घर को आये
दुखड़ा सबको
बताते ------02
सहज नहीं इस जीवन में,
दिल मांगे
मिल जाता ,
पहले दुखड़ा सभी उठाते,
दुखड़ा इतना सताता
कभी -2 मन करता है,
नहीं चाहिए
मंजिल मुझको ,
पर बिन मंजिल क्या जीवन है,
कष्ट इसी
का पाते -------03
आगे बढ़ना है यारो ,
गुजरे पल को,
साथ में
रखना,
बार -2 तुम को वे पल,
लायेगें-----,
सही राह
पे चलना,
जो कहता
है,
कहने दो,
अच्छा दूंढ़
के रखना ,
इस जीवन में वही मिलेगा,
दिल से जिसको
चाहते-----004
( अर्चना & राज)
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