Tuesday, 10 November 2015

032----Happy Deepawali

  • हैप्पी दीपावली
    सब को हो स्वीकार.
    (Hindi Poem-32)
    खुशियां लेके अपार , 
    आया ये त्यौहार ,
    बार-बार.
    हम करें कामना,
    हैप्पी दीपावली
    सब को हो स्वीकार. ................ 1
    जो भी इच्छा ,
    जो भी कामना,
    अब तक कोई
    रही अधूरी............
    पूरी हो इस बार.
    तुम्हारे घर हो द्वार.
    खुशियों के भंडार.
    बार-बार.
    हम करें कामना
    हैप्पी दीपावली
    सबको हो स्वीकार. ---------------------------------2
    पीछे छूटे मित्र पुराने
    रिश्ते नाते हो या प्यार
    जिसका भी हो इंतजार.
    जो भी रूठूा
    जो भी छूटा
    दिल जिस का है
    जब भी टुटा
    मधुर मिलन की बेला में
    खुशियों के मेला में
    आया ये त्यौहार ,
    मिट जाए,
    नफरत की सब दीवार.
    बार-बार
    हम करें कामना
    हैप्पी दीपावली
    सबको हो स्वीकार ............. 3
    सपने अधूरे ,
    हुये न पूरे
    कष्ट तुम्हारे,
    बुरे भले हो
    जंगे जीती
    या हारे
    इस बार आपके घर द्वारे
    लक्ष्मी जी की कृपा निराल ी
    महके बगिया
    इस दिवाली
    धन दौलत की कमी न हो
    इच्छा पूरी सारी हो
    खुशियों के अश्व पे ,
    हो के सवार.
    संग हमारे मिलके
    गाए बार-बार,
    हैप्पी हैप्पी दीपावली
    सबको हो स्वीकार.
    best wishes from Raj

    No comments:

    Post a Comment