Monday, 2 November 2015

030-----To Cut a Joke

एक सोच
 हंसना मना है ?
        नेताजी
"नेताजी वही सफल हैं,
 आपस में लड़ा दें जनता ,I
र्शान्त के लिए करें प्रयास,
 फिर बुला के सबकी सुनता" II

(अर्चना & राज)

No comments:

Post a Comment