स्वतंत्रता दिवस पर आजादी दिलाने वाले क्रांतिकारी वीर शहीदों को सादर नमन ।
(Hindi Poem G-038/0000388)
(Hindi Poem G-038/0000388)
अब तो है जीवन ज्योति जलानी, फिर से,लिखनी है नई कहानी ,
बुरे दौर से देश है गुजरा , सदा रहा जजीर् में जकरा (णा )
सबने अत्याचार सहे , उफ़ ! भी मन से नहीं कहे
इतिहास बयां करता है, हंसते- हंसते सौपी जवानी .
अब तो है जीवन ज्योति जलानी,फिर से,लिखनी है नई कहानी ,I1I
बुरे दौर से देश है गुजरा , सदा रहा जजीर् में जकरा (णा )
सबने अत्याचार सहे , उफ़ ! भी मन से नहीं कहे
इतिहास बयां करता है, हंसते- हंसते सौपी जवानी .
अब तो है जीवन ज्योति जलानी,फिर से,लिखनी है नई कहानी ,I1I
देख के हंसता अपना इतिहास , स्वयं ही रोका अपना विकास
आपस में हम लड़ते रहे , कमजोर देश को करते रहे
गौर से देखो ! क्या मिला ,राह में डाली बड़ी- बड़ी शिला,
दिल में सबके प्यार भरें ,मिल के अब तो चकनाचूर करें ,
कष्ट सहे हमराह में भटके ,, कभी ना अपनी गलती मानी,
अब तो है जीवन ज्योति जलानी,फिर से,लिखनी है नई कहानी ,I2I
छोड़ो बेकार की बातों को , क्यों बर्बाद करें दिन और रातों को,
इसकी गलती ,उसकी गलती , गुलाम देश में किसकी चलती,
अलख जगानी फिर से है , ज्योति जलानीफिर से है,
बच्चे बूढ़े और जवान , मिल के बनायें देश महान,
गांधी ,कलाम ,बाबा ,राणा का हाथ, अम्बेडकर पटेल ,मनोज ,हमीद का साथ,
सीख सदा मिलती उनसे , जिसने देश को दी कुर्बानी,
अब तो है जीवन ज्योति जलानी,फिर से,लिखनी है नई कहानी ,I3I
दिशा दिया है देश ने सबको , शांति ,प्रेम का पैगाम है सबको,
दुश्मन माने इसे कमजोरी , आंख दिखाता करता सीनाजोरी,
उठो करो आवाज बुलन्द , जोर से बोलो जयहिन्द,
बढ़ के आगे आयें सब , लिख दें फिर से ,आओ, नई कहानी,
अब तो है जीवन ज्योति जलानी,फिर से,लिखनी है नई कहानी I4I
आने वाली पीढ़ी हम पर , गर्व करे वो हम सब पर,
दिशा बदल दी देश की हमने , खुशियां ला दी सब के दिल में,
मक्कारों की चाल को जानें , गद्दारों को लगा ठिकाने,
स्वर्ग से सुन्दर देश हो अपना , पूर्ण करें हम जो देखे सपना,
मिल के बहा दें खून' पसीना , नई इबादत मिल के करनी,
अब तो है जीवन ज्योति जलानी,फिर से,लिखनी है नई कहानी I5I
जन्म लिया है देश है अपना, खाना पीना प्रेम से अपना,
बीते जवानी ,बीते बचपन , कटे बुढ़ापा जैसे लड़कपन,
विज्ञान गणित को बढ़ने दो. मिल के सोच बदलने दो,
बात प्रेम से कहने दो, विकास सभी का होने दो ,
पहली जन्नत देश हो अपना, यही बात है मुझको कहनी
अब तो है जीवन ज्योति जलानी,फिर से,लिखनी है नई कहानी I6I
(अर्चना व राज)
आपस में हम लड़ते रहे , कमजोर देश को करते रहे
गौर से देखो ! क्या मिला ,राह में डाली बड़ी- बड़ी शिला,
दिल में सबके प्यार भरें ,मिल के अब तो चकनाचूर करें ,
कष्ट सहे हमराह में भटके ,, कभी ना अपनी गलती मानी,
अब तो है जीवन ज्योति जलानी,फिर से,लिखनी है नई कहानी ,I2I
छोड़ो बेकार की बातों को , क्यों बर्बाद करें दिन और रातों को,
इसकी गलती ,उसकी गलती , गुलाम देश में किसकी चलती,
अलख जगानी फिर से है , ज्योति जलानीफिर से है,
बच्चे बूढ़े और जवान , मिल के बनायें देश महान,
गांधी ,कलाम ,बाबा ,राणा का हाथ, अम्बेडकर पटेल ,मनोज ,हमीद का साथ,
सीख सदा मिलती उनसे , जिसने देश को दी कुर्बानी,
अब तो है जीवन ज्योति जलानी,फिर से,लिखनी है नई कहानी ,I3I
दिशा दिया है देश ने सबको , शांति ,प्रेम का पैगाम है सबको,
दुश्मन माने इसे कमजोरी , आंख दिखाता करता सीनाजोरी,
उठो करो आवाज बुलन्द , जोर से बोलो जयहिन्द,
बढ़ के आगे आयें सब , लिख दें फिर से ,आओ, नई कहानी,
अब तो है जीवन ज्योति जलानी,फिर से,लिखनी है नई कहानी I4I
आने वाली पीढ़ी हम पर , गर्व करे वो हम सब पर,
दिशा बदल दी देश की हमने , खुशियां ला दी सब के दिल में,
मक्कारों की चाल को जानें , गद्दारों को लगा ठिकाने,
स्वर्ग से सुन्दर देश हो अपना , पूर्ण करें हम जो देखे सपना,
मिल के बहा दें खून' पसीना , नई इबादत मिल के करनी,
अब तो है जीवन ज्योति जलानी,फिर से,लिखनी है नई कहानी I5I
जन्म लिया है देश है अपना, खाना पीना प्रेम से अपना,
बीते जवानी ,बीते बचपन , कटे बुढ़ापा जैसे लड़कपन,
विज्ञान गणित को बढ़ने दो. मिल के सोच बदलने दो,
बात प्रेम से कहने दो, विकास सभी का होने दो ,
पहली जन्नत देश हो अपना, यही बात है मुझको कहनी
अब तो है जीवन ज्योति जलानी,फिर से,लिखनी है नई कहानी I6I
(अर्चना व राज)
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