(Hindi Poem-Q-34/857)
ओम नमः शिवाय
द्वारे तेरे आकर,
मैं अरज
लगाऊं,
रज को उठा ऊं, ,
तिलक लगा ऊं,,
लोट मैं जाऊं,
लूट मैं जाऊं ,
बार-बार मैं गाऊं ,
तुझे सुनाऊं
तुझे मनाऊं,
सबको यही सुनाऊं ,
दिल से प्रीत लगा ऊं,
, जब भी सुनता नाम तेरा,
मैं ज पता नाम तेरा
ओम नमः शिवाय
रज को उठा ऊं, ,
तिलक लगा ऊं,,
लोट मैं जाऊं,
लूट मैं जाऊं ,
बार-बार मैं गाऊं ,
तुझे सुनाऊं
तुझे मनाऊं,
सबको यही सुनाऊं ,
दिल से प्रीत लगा ऊं,
, जब भी सुनता नाम तेरा,
मैं ज पता नाम तेरा
ओम नमः शिवाय
संकट तेरा नाम काटे,
खुशियां जीवन में बांटे ,
ना पहन खड़ा ऊं ,
नंगे पैरही दौड़ लगाऊं,
दिल से तुम से प्रीत लगा ऊं,
छोड़ दिए मैंने अपने काम,
जब से लिया तेरा नाम,
मैं ज पता हूं सुबह शाम ,
द्वारे अपने मुझे बुलाओ,
दौड़ लगा ऊं,मैं दौड़ा आऊं
ले केतेरा नाम ओम नमः शिवाय
खुशियां जीवन में बांटे ,
ना पहन खड़ा ऊं ,
नंगे पैरही दौड़ लगाऊं,
दिल से तुम से प्रीत लगा ऊं,
छोड़ दिए मैंने अपने काम,
जब से लिया तेरा नाम,
मैं ज पता हूं सुबह शाम ,
द्वारे अपने मुझे बुलाओ,
दौड़ लगा ऊं,मैं दौड़ा आऊं
ले केतेरा नाम ओम नमः शिवाय
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महाशिवरात्रि की कोटिशः शुभकामनाएँ।
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(शिवो भूत्वा शिवम् यजेत्।
शिव बनकर शिव की पूजा करें ।
भवानीशंकरौ वंदे श्रद्धा विश्वास रूपिणौ।
याभ्याम् बिना न पश्यन्ति सिद्धाः स्वांताःस्वस्थमीश्वरं।।)
भगवान महादेव हम सब के जीवन मे शिव तत्व की बृद्धि करें।शिव बनकर शिव का आराधन, पूजन कर शिवत्व को प्राप्त करें ।
अर्चना व राज
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