Sunday, 17 January 2016

049-----पहुंच गए अस्पताल (HindiPoem-N-40/771)


पहुंच गए अस्पताल
(HindiPoem-N-40/771)

बैठे-बैठे सोच-सोच के ,
हो गया बुरा हाल ,
बीमार पड़ गए हाय हम तो ,
पहुंच गए अस्पताल--------1
दोस्त हमारे इतने प्यारे
, समय का रखा पूरा ध्यान ,
मेहनत उनकी रंग लाई ,
फिर से नसीब हुआ  जहां
धन्यवाद के शब्दों का टोटा ,
शब्द कोष बयां करें यह हाल---2
फिर भी एक शब्द है काफी,
धन्यवाद है दिल से सबको,
कोई लाया अस्पताल ,
कोई बचाया हमको,
धन्यवाद फिर से सबको देते ,
हम ठोंक के ताल,-----3
एक बात थी प्यारी सबकी,
कंपूटर हुए बदनाम ,
लागी रेखा सीता ने ,
ओ दोष मड़ा रावण के नाम ,
सब की सलाहै सिर माथे ,
छोड़े कंप्यूटर को उनके हाल,-----4
झट का इतना तगड़ा,,
आई नानी हमको याद ,
लेटे लेटे बिस्तर पर,
करें कृष्ण से फरियाद ,
जीवन का टर्निंग पॉइंट ,
बदल गई अबअपनी चाल-------5
1 घंटे से कंप्यूटर ज्यादा ,
कंप्यूटर बनाते आक्रामक,
चिपके ज्यादा रहने से ,
सबको kertai संक्रामक
सलाह फ्री में देते हम,
अब ना बनाना अपनी ढ़।ल ---6
** jkt o vpZuk 

Friday, 1 January 2016

048-----Happy New Year-2016



नववर्ष का पावन अवसर ,

आया है, हम सबके द्वार,
जिन्दादिली है दुनिया की,
हम सजाते अरमानों का हार I1I


तोड़ के जंजीरें सारी ,
सभी प्रेम से अपनाते ,
सुख शातिं समृद्धि सम्मान ,
गीत इन्ही के प्रेम से गाते I2I

लौटा के वक्त न आता दुबारा ,
इतिहास के पन्नों में जाता ,
सीख सभी को देता रहता ,
गीत हार जीत का रहता गाता I3I

जीवन है सौगात सभी को ,
प्रेम शान्ति से कट जाये ,
मेघ गमों के कभी ना छाये ,
आओ! मिल के गीत प्रेम से गायें ,I4I

भारत का इतना हो विकास,
विश्वास भी हम ना कर पायें,
यही आस मन में बैठे,
विश्व गुरू हम बन जायें I5I

2016 उत्तम से सर्वोत्तम ,
गम की घटा कभी ना छाये ,
खुशियों की बारिश हरपल हों,
बस इकदूजे को गले लगायें I6I
With all the best wishes from:-
(अर्चना व राज)