Wednesday, 17 August 2016

सृज (मेरी कविता ) SRAJ (A Collection of My Poems): 57---भाई बहनका पावन पर्व है (Hindi Poem-kha /32/1...

सृज (मेरी कविता ) SRAJ (A Collection of My Poems): 57---भाई बहनका पावन पर्व है (Hindi Poem-kha /32/1...: सभी को रक्षाबंधन दिवस की शुभकामनायें भाई बहनका पावन पर्व है (Hindi Poem-kha /32/1543) सुबह स...

57---भाई बहनका पावन पर्व है (Hindi Poem-kha /32/1543)







सभी को रक्षाबंधन दिवस की शुभकामनायें

भाई बहनका पावन पर्व है
(Hindi Poem-kha /32/1543)

सुबह सबेरे हंसते -2,
बहना घर पे आई,
हमें देख इतराई इतना,
खुशियां घर मे-छाई,--------1--बहना घर पे आई,
छोड़ के अपना कामधाम ,
जेब देख ली पहले ,
समय साथ ना देता अपना, 
दिल भी अपना दहले, 
देख नजारा बहना बोली ,
भैय्या ,सावधान !
नहीं चलेगी अब चतुराई------2--बहना घर पे आई,
हंसंते -2 हम बोले,
अरे !लेके बच्चा पर्स को भागा,
जान भी तुझपे न्यौछावरहै, 
अनमोल है तेरा ये धागा, 
छोटी मोटी बाते पे ,
आे मोटी !क्यों तुमसे करू लड़ाई -3-बहना घर पे आई,
तेरा मीठा मुझको खाना ,
अरे !चुपके-2 जल्दी से दे ना ,
बीवी वरना अा जायेगी ,
शुरू करेगी ;क्लास कों लेना ,
अभी व्यस्त है बातों में ,
होगी वरना मेरी जग हंसाई -3-बहना घर पे आई,
देश हमारा त्यौहारों का, 
अनमोल है इसका नजारा, 
भाई बहनका पावन पर्व है ,
रहे मुबारक ये सबको प्यारा, 
खुशिया दे के ,आंसू रोके,
बहन की करू विदाई-4- बहना घर पे आई,
सभी को रक्षाबंधन दिवस की शुभकामनायें 
From Archna and Raj”




Monday, 15 August 2016

56-----बच्चों को मनाना (Hindi Poem-kha/29/1540)



बच्चों को मनाना
(Hindi Poem-kha/29/1540)


बात प्यार से समझों हां,
छोड़ो हमसे लड़ना हां ,
छोटी मोटी बातों पे ,
छोड़ो हमसे भिड़ना हां ,-----
बात तुम्हारी सारी सच्ची ,
लगती प्यारी कितनी अच्छी ,
हमने देखा तुमको ना,
बात बिगड गई अब तो हां ,
छोड़ो गुस्सा प्यार करो,
हमसे भी अब बात करो,
बात विना रह पायेगें ,
तुम,पे,जीना मरना हां
बात प्यार से समझों हां,
छोड़ो हमसे लड़ना हां ,
छोटी मोटी बातों पे ,
छोड़ो हमसे भिड़ना हां –1—
ना समझे जो तुमको हां ,
 सबसे बड़ा है पागल हां ,
मीठी-2 बातें वोलों ,
मुंह में मिश्री अपने घोलो ,
तुमको सैर करायेगें,
दुनिया तुम्हें दिखायेगें,
गुस्सा छोड दो 
अब तो यार,
हमसे तुम भी 
कर लों प्यार ,
नाचती गाती आती हो ,
अच्छी लगती 
जब मुस्काती हो,
आगे अब ना कहना हां,
आगे तुमसे डरना हां
बात प्यार से समझों हां,
छोड़ो हमसे लड़ना हां ,
छोटी मोटी बातों पे ,
छोड़ो हमसे भिड़ना हां —2
सभी को स्वतन्त्रता दिवस की शुभकामनायें

From Archna and Raj”